प्र_1 प्रत्यावर्तक (Alternator) किसे कहते है ?
उ०_ प्रत्यावर्ती धारा जेनरेटर को प्रत्यावर्तक कहते है। जो यांत्रिक शक्ति को विधुत शक्ति में बदलता है।
प्र_2 तुल्यकाली (Synchronous) जेनरेटर क्या है ?
वह प्रत्यावर्ती धारा जेनरेटर जो किसी टरबाइन या इंजन द्वारा तुल्यकाली गति (Synchronous speed) पर चलाया जाता है और जो स्थिर आवृत्ति की प्रत्यावर्ती वोल्टेज ऊत्पन्न करता है तुल्यकाली जेनरेटर कहलाता है।
प्र_3 तुल्यकाली गति क्या होती है ?
किसी प्रत्यावर्ती विधुत मशींन की वह एक समान गति जो मशींन की वोल्टेज की आवृत्ति (f) और मशींन के चुम्बकीय ध्रुवों (P) से एक निश्चित संबंध रखती है वह उस मशींन की तुल्यकाली गति कहलाती है। इसे Ns से प्रर्दशित करते है। सूत्र के रूप में इसे निम्न प्रकार लिखा जा सकता है
Ns = 120f/P चक्र प्रति सेकेण्ड(r.p.m)
प्र_4 प्रत्यावर्तक किन प्रमुख अंगों से मिलकर बना होता है ?
प्रत्यावर्तक दो मुख्य अंगों स्थाता (Stator) और घूर्णक (Rotor) से मिलकर बना होता है।
प्र_5 प्रत्यावर्तक के चुम्बकीय क्षेत्र को किस प्रकार उत्तेजित किया जाता है ?
प्रत्यावर्तक की साफ्ट पर एक छोटा डी सी शंट जेनरेटर आरोपित करके इस शंट जेनरेटर से उत्पन्न होने वाली डी सी सप्लाई से उत्तेजित किया जाता है।
प्र_6 स्थिर आवृत्ति पर किसी प्रत्यावर्तक को अधिकतम तुल्यकाली गति पर चलाने के लिए उसमें चुम्बकीय ध्रुवों की संख्या कितनी रखीं जाती है ?
प्रत्यावर्तक को अधिकतम गति पर चलाने के लिए उसके घूर्णक पर ध्रुवों की संख्या दो रखीं जाती है।
प्र_7 प्रत्यावर्तक की ऊत्पन्न वोल्टेज को किस प्रकार नियन्त्रित किया जाता है ?
चुम्बकीय क्षेत्र उत्तेजन के परिवर्तन द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
प्र_8 प्रत्यावर्तक की निर्धारण क्षमता या निर्गत को किस मात्रक में व्यक्त किया जाता है ?
छोटे प्रत्यावर्तको का निर्धारण किलो वोल्ट एम्पीयर (kvA) में और अधिक क्षमता वाले अल्टरनेटरो का निर्धारण मेगावोल्ट एम्पीयर (MvA) में व्यक्त किया जाता है।
प्र_9 MVA,KVA और VA मात्रको में क्या सम्बन्ध है ?
1 MVA = 1000KVA = 1000000 VA
प्र_10 प्रत्यावर्तक का वोल्टेज नियमन (voltage regulation) ऋणात्मक कब होता है ?
जब प्रत्यावर्तक पर लगने वाले विधुत भार का शक्ति गुणांक अग्रगामी (leading) होता है।
इसे भी देखें : सिंगल फेज इंडक्शन मोटर
प्र_11 छोटे ए सी जेनरेटर और डी सी जेनरेटर में क्या अन्तर होता है ?
ए सी जेनरेटर के द्वारा यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है जबकि डी सी जेनरेटर द्वारा यांत्रिक ऊर्जा को डी सी विधुत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है। इसका मुख्य कारण यह है कि ए सी जेनरेटर में घूर्णक पर स्थापित आर्मेचर वाइंडिंग सर्पी वलयो (slip ring) से जुड़ी होती है जबकि डी सी जेनरेटर में घूर्णक पर स्थापित आर्मेचर वाइंडिंग विभक्त वलयो (split ring) से जुड़ी होती है जिनके समूह को दिक्परिवर्तक (commutator) कहते है।
प्र-12 बड़े प्रत्यावर्तको में शीतलन के लिए निम्न में से किसका उपयोग किया जाता है :
(1) पंखा
(2) एयर कंडीशनर
(3) कूलर
(4) वायु वाहिनिया
उत्तर-- (4)
प्र-13 किसी अल्टरनेटर का विधुत वाहक बल कैसें बढाया जाता है :
(1) फ्लक्स बढाकर
(2) संधारित्र लगाकर
(3) प्रतिरोध की मात्रा बढाकर
(4) वोल्टेज कम करके
उत्तर-- (1)
प्र-14 बेलनाकार ध्रुव प्रारूपि रोटर का प्रयोग कितनी गति के अल्टरनेटर के लिए किया जाता है :
(1) 150 से 300 घूर्णन प्रति मीनट
(2) 300 से 1000 घूर्णन प्रति मीनट
(3) 3000 से 6000 घूर्णन प्रति मीनट
(4) 1500 से 3000 घूर्णन प्रति मिनट
उत्तर-- (4)
प्र-15 घूर्णन प्रत्यावर्तक आर्मेचर मे ए सी वोल्टेज कहा से मिलता है :
(1) आर्मेचर से
(2) रोटर से
(3) स्लिप रिंग से
(4) कम्यूटेटर से
उत्तर-- (3)
प्र-16 अल्टरनेटर मे आर्मेचर प्रतिक्रिया सबसे अधिक किससे प्रभावित होती है ।
अल्टरनेटर मे आर्मेचर प्रतिक्रिया सबसे अधिक भार के शक्ति गुणांक से प्रभावित होती है। क्योंकि जब अल्टरनेटर पर भार डालते है तब आर्मेचर कुण्डलियों में धारा प्रवाहित होती है और इस धारा के कारण फ्लक्स ऊत्पन्न होता है जो अल्टरनेटर मे लगे मुख्य ध्रुवों से ऊत्पन्न होने वाले फ्लक्स को कमजोर कर देता है। और उनके बीच क्राॅस चुम्बकन पैदा कर देता है।
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