EMF kya hota hai
हैलो फ्रेंड्स आज हम बात करने वाले है emf kya hota hai emf का पूरा नाम electro motive force होता है। इसको हम कुछ इस तरह से समझते है, मान लीजिए हमारे पास एक काॅपर का तार है जिसके अन्दर बहुत सारे फ्री इलैक्ट्रोन होते है इनके ऊपर ऋणात्मक आवेश होता है। जैसे ही हम इस तार के सिरों को एक बैटरी से जोड़ते है तो इस तार के अन्दर फ्री इलैक्ट्रोन होंगे वो ऋण आवेश होने के कारण बैटरी के धन टर्मिनल की और चलना शुरू कर देते हैं। इन इलैक्ट्रोनों के चलने से तार में एक धारा बहने लगती है, इन इलैक्ट्रोनों को चलाने के लिए इनके ऊपर एक ऊर्जा लगती है जो बैटरी के द्वारा प्रदान की जाती है। यही ऊर्जा emf कहलाती है तो इस तरह हम इसको समझ सकते है आगे इसके बारे में और विस्तार से जानेंगे।
EMF की परिभाषा
emf को हिन्दी में विधुत वाहक बल कहां जाता है, इसकी परिभाषा ऐसे दी जा सकती है ' जब किसी परिपथ में कोई भार नहीं लगा होता है वो एक खुला परिपथ होता है तो इस परिपथ में लगी बैटरी की जो टर्मिनल वोल्टेज होती है, उसे emf या विधुत वाहक बल कहते हैं।
विधुत विधुत वाहक बल के प्रकार
किसी भी परिपथ में करंट फ्लो होने के लिए विभवांतर का होना जरूरी होता है, emf किसी भी सर्किट में दो प्रकार से ऊत्पन्न होता है। एक वो होता है जो मोटर ओर जेनरेटर के अन्दर उत्पन्न होता है ये दोनों ही घूमने वाली मशींने होती है जिनके अन्दर गतिकिय विधुत वाहक बल उत्पन्न होता है, जिसे dynamical induce emf कहां जाता है।
दूसरे प्रकार का emf वो होता है जो transformer के अन्दर ऊत्पन्न होता है यह एक ऐसी युक्ति होती है जिसके अन्दर कोई भी घूमने वाला भाग नहीं होता है इसलिए इसके अन्दर एक स्थिर वि वा बल ऊत्पन्न होता है, जिसे static induce emf कहते हैं। तो emf kya hota hai यह हम जान रहे हैं। अब इन दोनों को ओर अच्छे से समझेंगे।
गतिकिय प्रेरित विधुत वाहक बल
जब एक चुंबक और लौहे की छड़ पर ताॅबे के तार लपेटकर बनाई गई काॅयल को आगे पीछे किया जाता है तो इसमें ऊत्पन्न फ्लक्स के मान में बदलाव होता है, जिसके कारण इस काॅयल के अन्दर एक emf ऊत्पन्न होता है तो इस प्रकार से ऊत्पन्न होने वाले इस एम एफ को गतिकिय प्रेरित विधुत वाहक बल कहते हैं।
स्थिर प्रेरित विधुत वाहक बल
जब दो कुण्डलियां एक दूसरे के पास पास रखी होती है और उनमें से एक के अन्दर प्रत्यावर्ती धारा प्रवाहित की जाती है तो उस काॅयल के फ्लक्स में लगातार परिवर्तन होता रहता है। यही फ्लक्स दूसरी कुण्डली से भी लिंक करता है जिससे उसमें भी emf ऊत्पन्न हो जाता है, क्योंकि यहां इ एम एफ ऊत्पन्न करने के लिए किसी भी प्रकार की कोई हलचल नहीं हुई है यानी के काॅयल को आगे पीछे नहीं किया गया है। इसलिए इस तरह से ऊत्पन्न होने वाले emf को स्थिर प्रेरित विधुत वाहक बल कहते हैं। यह भी काॅयल के अन्दर दो प्रकार से ऊत्पन्न होता है।
(1) स्वं प्रेरित emf
जब किसी कुंडली में ac current दी जाती है तो इसके फ्लक्स में change आने की वजह से एक वोल्टेज बनती है, क्योंकि यह इसी कुण्डली के कारण उत्पन्न हुआ है इसलिए इसे स्वं प्रेरित emf कहते हैं। अब आगे भी देखेंगे कि emf kya hota hai
(2) अन्योन्य प्रेरित emf
किन्हीं पास पास रखी दो तांबे के तार से लिपटी कुण्डली, उनमें से किसी एक में करंट प्रवाहित कर देते है तो उसके अंदर flux change होने के कारण विधुत वाहक बल उत्पन्न हो जाता है और ये फ्लक्स दूसरी coil से भी लिंक होने के कारण उसमें भी एक emf induce हों जाता है, तो दूसरी कुण्डली में यह इ एम एफ पहली काॅयल के कारण उत्पन्न हो रहा है। इसलिए इसको अन्योन्य प्रेरित emf कहते हैं।
तो आज के इस लेख में आप लोगों ने जान लिया होगा कि emf kya hota hai और यह कितने प्रकार का होता है। इस विषय पर यहां मैंने काफी सरल भाषा का इस्तेमाल किया है, मैं आशा करता हूं कि आपको ये सब अच्छे से समझ में आया होगा। जानकारी अच्छी लगी है तो कमेंट जरुर करे।
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