सिंगल फेज इंडक्शन मोटर प्रश्र उतर
प्रशन-1 सिंगल फेज इंडक्शन मोटर का शक्ति गुणांक कम क्यों होता है ?
उत्तर- अधिक मेग्नैटायजिंग करंट के कारण, सिंगल फेज इंडक्शन मोटर का शक्ति गुणांक कम होता है।
प्र-2 थ्री फेज इंडक्शन मोटर की अपेक्षा, सिंगल फेज इंडक्शन मोटर चलते समय अधिक ध्वनि ऊत्पन्न क्यों करती है ?
उत्तर- सिंगल फेज की पल्सेटिंग सप्लाई वोल्टेज से ऊत्पन्न टाॅर्क द्वारा सतत स्थिर यांत्रिक शक्ति प्रदान करने के कारण, चलतें समय अधिक शोरगुल करती है।
थ्री फेज मोटर मे थ्री फेज घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र ऊत्पन्न होता है, जिससे लगातार एक समान बलाघूर्ण ऊत्पन्न होता है इसलिए यह चलते हुए कम आवाज करती है।
प्र-3 आप किसी विभक्त कला एकल कला प्रेरण मोटर के घूमने की दिशा को किस प्रकार परिवर्तित करेंगे या विपरीत करेंगे ?
एकल कला प्रेरण मोटर के स्टेटर पर स्थापित दोनों वाइंडिंगों (मुख्य वाइंडिंग या सहायक वाइंडिंग) में से किसी एक सिरों की ध्रुवता को आपस में बदलकर, मोटर के घूमने की दिशा परिवर्तित करेंगे।
प्र-4 क्या छादित चुम्बकीय ध्रुव प्ररूपि सिंगल फेज इंडक्शन मोटर के घूमने की दिशा को बदला जा सकता है ?
इस मोटर की दिशा को नहीं बदला जा सकता है क्योंकि इसमें इस प्रकार का कोई जुगाड नहीं होता है।
प्र-5 छादित पोल प्ररूपि इंडक्शन मोटर किस दिशा में घुमती है ?
यह मोटर छादित यानी शेडेड पोल से अन शेडेड पोल की ओर घूमती है।
प्र-6 सिंगल फेज इंडक्शन मोटर की कहां जरूरत होती है ?
इस मोटर की काफी सारी स्थानों पर जरूरत पड़ती है जैसे-
• जहां पर एक अश्व शक्ति से कम रेटिंग हो
• छोटे आकार के पोर्टेबल उपकरणों को चलाने में
• और जहां थ्री फेज सप्लाई उपलब्ध न हो।
• कुछ ऐसी जगहों पर भी जहां दक्षता का अधिक महत्व न हों।
प्र-7 उधौगों में कौनसी मोटर सबसे अधिक उपयोग की जाती है और क्यों ?
• आज के समय में पूरी दुनिया के अन्दर ए सी स्काइरल केज रोटर टाइप इंडक्शन मोटर सबसे ज्यादा प्रयोग की जाती है क्योंकि इसमें दूसरी मोटरों की अपेक्षा बहुत सारे अच्छे गुण होते हैं।
• इसकी संरचना बहुत ही आसान होती है।
• यह एक सेल्फ स्टाॅर्ट मोटर होती है।
• इसमें ऊत्पन्न बलाघूर्ण शुटेबल होता है।
• यह मोटर सर्पि वलय और ब्रश से मुक्त होती है।
• बाजार में आसानी से मिल जाती है।
प्र-8 आवासीय कार्यों में कौनसी मोटर सर्वाधिक प्रयोग की जाती है और क्यों ?
आजकल सम्पूर्ण विश्व के अन्दर घरेलू कामों में परमानेंट केपेसिटर सिंगल फेज इंडक्शन मोटर बहुत अधिक प्रयोग होती है क्योंकि इस मोटर के अन्दर काफी सारे शुभ गुण होते हैं।
• आकार में सुविधाजनक
• संरचना में सादी
• स्वचालित और स्वप्रवर्तित
• उच्च बलाघूर्ण वाली
• अनुरक्षण और मरम्मत किमत बहुत कम
• बाजार से कम किमत पर सुगमता से उपलब्ध
• स्लिप रिगं और ब्रश लेस
प्र-9 संधारित्र प्ररूपि सिंगल फेज इंडक्शन मोटर में विकसित टाॅर्क अधिक क्यों होता है ?
• चूंकि स्टेटर पर स्थापित मुख्य कुण्डलन की धारा और सहायक वाइंडिंग की धारा के बीच का कोण अधिक होता है, इसलिए मोटर में बनने वाला बलाघूर्ण भी अधिक होता है।
प्र-10 उच्च आरम्भिक बलाघूर्ण के कार्यों में रिपल्शन इंडक्शन मोटर की अपेक्षा, कैपेसिटर इंडक्शन मोटर को अधिक पसंद क्यों किया जाता है ?
• इसका मेन रिजन यह है कि संधारित्र इंडक्शन मोटर की अपेक्षा, रिपल्शन इंडक्शन मोटर की प्रारंभिक लागत अधिक साथ साथ इसकी अनुरक्षण और मरम्मत की लागत भी अधिक होती है, क्योंकि इस मोटर के अन्दर कम्यूटेटर और ब्रश होते है जिससे इसकी कीमत बढ़ जाती है। इसलिए रिपल्शन मोटर को कम और कैपेसिटर मोटर को अधिक पसंद किया जाता है।
प्र-11 सिंगल फेज इंडक्शन मोटर में सहायक वाइंडिंग का क्या काम होता है ?
इस वाइंडिंग का प्रमुख काम, मोटर की शुरुआत के समय में मुख्य वाइंडिंग के साथ मिलकर, रोटेटिंग मेग्नेटिक फील्ड ऊत्पन्न करना होता है ताकि रोटर पर बलाघूर्ण लागू हो सकें। जब मोटर की स्पीड सिंक्रोनस स्पीड की सत्तर प्रतिशत तक पहुंच जाती है, तब इस वाइंडिंग को अपकेन्द्री स्विच द्वारा अलग कर दिया जाता है।
प्र-12 क्या होगा यदि एकल कला प्रेरण मोटर में लगा अपकेन्द्री स्विच खुलने में असफल हो जायें ?
• ऐसा होने पर मोटर के स्टेटर पर लगी सहायक वाइंडिंग जलकर राख हो जायेंगी, क्योंकि इस वाइंडिंग की प्रतिबाधा बहुत कम होता है जिससे इसमें बहुत अधिक धारा बहेगी और ये जलकर नष्ट हो जाती है।
प्र-13 प्रतिरोध स्टार्ट स्पिलिट फेज इंडक्शन मोटर में विशेष कमी क्या है ?
इस मोटर में सहायक वाइंडिंग पतले तारों और कम टर्न की होती है यानी मेन वाइंडिंग की अपेक्षा इसका प्रतिरोध अधिक होता है, इसलिए इसमें धारा घनत्व उच्च होता है। जिसके कारण यह बहुत जल्दी गर्म हो जाती है। यदि यह मोटर स्टार्ट होने में पांच सेकेंड से ज्यादा समय लेती है, तो इस मोटर की आरम्भिक कुण्डलन या सहायक वाइंडिंग जल कर नष्ट हो जाती है।
प्र-14 प्रतिरोध विभक्त कला प्ररूपि प्रेरण मोटर में उत्पन्न आरम्भिक बलाघूर्ण न्यून क्यों होता है ?
• चूंकि प्रतिरोध विभक्त कला इंडक्शन मोटर में स्टेटर पर स्थापित मुख्य कुण्डलन की धारा और सहायक वाइंडिंग की धारा के बीच का कोण बहुत कम होता है, इसलिए इस मोटर में ऊत्पन्न होने वाला स्टार्टिंग टाॅर्क भी कम होता है।
प्र-15 क्या विधुत सप्लाई सिरों की पोलैरिटी को परस्पर बदलकर किसी भी सिंगल फेज इंडक्शन मोटर के घूमने की दिशा को बदला जा सकता है ?
• नहीं बदला जा सकता, क्योंकि ऐसा करने से स्टेटर पर लगी दोनों वाइंडिंग के टर्मिनल की ध्रुवता बदल जाती है, जबकि मोटर के घूमने की दिशा को बदलने के लिए केवल दोनों में से एक कुण्डली के सिरों की ध्रुवता आपस में परिवर्तित होनी चाहिए।
प्र-16 स्थैतिक चुम्बकीय क्षेत्र, स्पन्दनीय चुंबकीय क्षेत्र और रोटेटिंग मेग्नेटिक फील्ड में क्या अंतर है ?
डी सी सप्लाई के कारण ऊत्पन्न होने वाला चुंबकीय क्षेत्र, स्थैतिक चुंबकीय क्षेत्र कहलाता है। इसमें वाइंडिंग के सिरों पर निर्मित पोलेरिटी एक समान रहती है। सिंगल फेज ए सी सप्लाई के द्वारा ऊत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र, पल्सेटिंग मैगनेटिक फील्ड कहलाता है इसमें वाइंडिंग के सिरों की ध्रुवता समय के साथ बदलती रहती है और थ्री फेज सप्लाई से ऊत्पन्न क्षेत्र, घूर्णी चुम्बकीय क्षेत्र होता है जो सिंक्रोनस स्पीड पर घूमता है जिसकी गति का पता लगाने के लिए निम्न सूत्र का उपयोग किया जाता है।
Ns = 120f/p. r.p.m
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