On grid solar system क्या होता है
जब सोलर प्लांट पावर ग्रीड या ट्रांसफॉर्मर से आने वाली विधुत सप्लाई से जुड़ा हो तो ऐसे सिस्टम को on grid solar system कहते हैं। इसे और दूसरे नाम से भी जाना जाता है जैसे ग्रीड टाइड सोलर सिस्टम इस नाम से भी इसको जानते हैं।
हैलो फ्रेंड्स आज हम इसी के बारे में बात करेंगे कि ओन ग्रीड सोलर सिस्टम क्या होता है यह कैसे काम करता है और इस सिस्टम को लगाने से पहले हमें किन किन बातों का ध्यान रखना होता है और इस सोलर सिस्टम के क्या क्या लाभ और हानियां है। अगर आप भी on grid solar system लगवाना चाहते है तो आपको कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
अगर आप ओन ग्रीड सोलर सिस्टम लगवा रहे है यह तभी काम करेगा जब आपके घर का पावर सप्लाई किसी ग्रीड या परिणामित्र से जुडा हों। कहने का मतलब यह है कि अगर आपके घर में विधुत सप्लाई नहीं आ रही है तब आप इस सोलर सिस्टम को नहीं लगवा सकते हैं। यह सिस्टम तभी फायदेमंद होता है जब आपके क्षेत्र में बिजली सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक आती हों। इस सिस्टम को तभी लगवाना चाहिए जब आप बिजली बिल को कम करना चाहते हों।
On grid solar system कैसे काम करता है
जब सूर्य की किरणें सोलर पैनल पर गिरती है तो इन किरणों के सोलर प्लेट पर गिरने से डी सी सप्लाई जेनरेट होती है लेकिन हमारे घरों में जितने भी उपकरण लगें होते है जैसे बल्ब, फैन, कूलर, एयर कंडीशनर, फ्रिजर, हिटर और वाशींग मशींन ये सब ए सी सप्लाई के द्वारा चलते हैं। तो हमें एक ऐसा डिवाइस चाहिए होता है जो इस डी सी सप्लाई को ए सी सप्लाई में कन्वर्ट कर दें। इसके लिए एक इन्वर्टर लगाया जाता है इसमें जिस इंवर्टर का प्रयोग करते है उसे ग्रीड टाइड इंवर्टर कहते हैं। सोलर पैनल से आने वाली डी सी सप्लाई को ये इंवर्टर ए सी सप्लाई में बदल देता है और ये सप्लाई आगे लगें स्विच बोर्ड में जाती है जहां पर सेफ्टी यन्त्र जैसे सर्किट ब्रेकर वगैरा लगें होते हैं।
यहां से सप्लाई दो भागों में बट जाती है। एक लाइन यहां से सप्लाई की घरों में लगे लोड की ओर जाती है और दूसरी लाइन सप्लाई की नैट मीटर से होते हुए ग्रीड की ओर जाती है। नैट मीटर के दो काम होते है पहला जो घरों के कनैक्शन होते है वह किसी न किसी ग्रीड की सप्लाई से कनैक्ट होता है तो यह नैट मीटर उस ग्रीड की घरों में कितनी बिजली खर्च होती है उसका हिसाब रखता है और दूसरा सोलर पैनल के द्वारा बनने वाली कितनी बिजली ग्रीड को सप्लाई की जा रही है उसका भी रिकॉर्ड रखता है।
On grid solar system के लाभ
• इस सोलर सिस्टम को लगवाने का सबसे बड़ा फायदा यह हो जाता है कि जो हमारा महिने का बिजली का बिल आता है वह कम हो जाता है। क्योंकि इस सिस्टम में सप्लाई को जेनरेट भी करते हैं और साथ ही साथ ग्रीड को सप्लाई भी करते हैं।
• जैसा कि हम जानते है कि इस सोलर सिस्टम में बैटरी का प्रयोग नहीं होता है जिसके कारण इस प्लांट की मरम्मत करना आसान हो जाता है।
• इस सोलर पैनल की लगवाने की किमत भी बहुत कम होती है ओफ ग्रीड सोलर सिस्टम और हाई ग्रीड सोलर सिस्टम की तुलना में।
ओन ग्रीड सोलर सिस्टम की हानियां
• हमें पता है कि on grid solar system सीधे ही ग्रीड से कनैक्ट होता है। यदि किसी कारणवश ग्रीड से आपके घर में कोई विधुत सप्लाई नहीं आ रही है तो उस कंडिशन में यह सोलर सिस्टम काम नहीं करता है चाहे आपके सोलर पैनल पर सूर्य की कितनी भी अच्छी किरणें क्यों न गिर रही हों।
• इस प्लांट में किसी भी तरह की बैटरी का इस्तेमाल नहीं करते है जिसके कारण इसमें कोई बैकअप नहीं होता है। यही इस सिस्टम की सबसे बड़ी खामियां होती हैं।
कोई टिप्पणी नहीं: