बिजली कैसे बनती हैं? : electricity kaise banti hai in hindi

 बिजली कैसे बनायी जाती है

इस दौर में बिजली एक ऐसी जरूरत हो गई है कि इंसान खाने के बिना तो रह सकता है लेकिन बिजली के बिना नहीं रह सकता, इसकी ऐसी लत लग गई है जैसे मानो कि अगर बिजली नहीं है तो जिंदगी में भी कुछ नहीं रहा हो। दोस्तों आज हम बिजली कैसे बनती है यही समझेंगे और किन किन चीजों से इसे बनाया जाता है, इसका उपयोग कहां किया जा रहा है ये भी जानेंगे।

बिजली का उत्पादन

बिजली बनाने के लिए एक ए सी जेनरेटर या अल्टरनेटर का इस्तेमाल किया जाता है इसे किसी अन्य साधन से घूमाया जाता है जिसे आध चालक या टरबाइन कहते हैं। ये घूमाने वाला साधन अल्टरनेटर को धक्का लगाता है ऐसा करने से उसके अंदर गति पैदा हो जाती है और इस गति को जेनरेटर बिजली में बदल देता है और विधुत पैदा होना शुरू हो जाती है।


बिजली बनाने में प्रयुक्त उपकरण

बिजली को बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका ए सी जेनरेटर और आध चालक निभाता है विधुत का उत्पादन आज के इस टाइम में कई तरह से किया जा रहा है तो हर जगह पर भिन्न-भिन्न प्रकार के अल्टरनेटर और आध चालक को अपनाया जाता है जैसे, जहां भाप से विधुत जनन किया जाता है वहां पर एक स्टीम टर्बो अल्टरनेटर को इस्तेमाल किया जाता है और कुछ स्थानों पर जल से भी बिजली ऊत्पन्न की जाती है, उस जगह पानी टर्बो अल्टरनेटर को अपनाया जाता है। कुछ क्षेत्रो में बिजली कैसे बनती है नाभिकीय ऊर्जा और गैस से चलने वाले टर्बो अल्टरनेटरों से भी बनाई जा रही है।

विधुत जनन के स्त्रौत

बिजली जनन के लिए वे साधन जो बहुत पुराने समय से प्रयोग में लाये जा रहे है, conventional source कहलाते हैं। जैसे भाप वाला पावर स्टेशन, डीजल पावर हाउस और हाइड्रो पावर हाउस, हमारे हिन्दुस्तान में इन्ही पावर हाउस द्वारा सबसे अधिक मात्रा में विधुत का जनन किया जा रहा है इसमें सबसे ऊपर थर्मल पॉवर प्लांट आता है। लगभग 60 प्रतिशत विधुत इंडिया में इसी से बन रही है हमारे देश का सबसे पहला पानी से बिजली बनाने वाला प्लांट तारापुर में लगाया गया था।

बिजली को उत्पन्न करने के कुछ नयें साधन भी आयें है, जिन्हें non conventional source कहते हैं जैसे, wind, solar, small hydro project. ये बहुत कम मात्रा में विधुत का जनन करते है लेकिन इनका एक फायदा भी है इन्हें सिर्फ एक बार लगाकर ही पैसा खर्च होता है फिर इनकी चलने की किमत या विधुत बनाने की किमत बिल्कुल शून्य होती है। इनमें बिजली कैसे बनती है इसमें, हवा, सूर्य की किरणों और पानी के बहाव द्वारा बनाई जाती है।

बिजली का उपयोग

विधुत बनने के बाद हमारे तक आने में बहुत सी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है बिजलीघर से विधुत को हाई वोल्टेज में बदलकर सिरोंपरी लाइन के द्वारा छोटे पावर स्टेशन तक पहुंचाया जाता है वहां से इसे कम वोल्टेज में परिवर्तित करके हमारे घरों के अन्दर लाया जाता है फिर जो बिजली घर के अंदर आती है उसका प्रयोग हिटर चलाने में, बल्ब जलाने में, विधुत मोटर, इंडक्शन चूल्हा, अपने मोबाइल फोन को चार्ज करने में, हवा खाने के लिए पंखों में, मुसाला पिसने के लिए ग्राइंडर में और भी बहुत सारी चीजों में बिजली का उपयोग करते हैं।

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